मुंबई: Mumbai School Reopen: देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर कम होने के बाद मुंबई में भी अनलॉक चरणबद्ध तरीके से जारी है. मुंबई के स्कूलों में पिछले साल मार्च के बाद एक बार फिर बच्चों की चहल-पहल होगी. कार्यकर्ताओं का कहना है कि बहुत सा समय बर्बाद हो चुका है और छात्र वापस आकर बेहद खुश हैं, लेकिन शिक्षक और बच्चों के मां-बाप फिक्रमंद हैं. सोमवार को डेढ़ साल बाद मुंबई के स्कूल खुलने जा रहे हैं. आंदोलनकारियों की मांग थी कि बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है. बच्चों की खुशी का ठिकाना नहीं है और प्रिंसिपलों का कहना है कि वो तैयार हैं. Euro School ठाणे (ICSE) की छात्रा अनुष्का सोनपाल का कहना है कि मुझे क्लासरूम की बहुत याद आती थी. मैं अपने टीचरों और दोस्तों से मिलने के अलावा बास्केटबॉल खेलने के लिए भी बेताब हूं.
बीएमसी कमिश्नर इकबाल चहल ने ANI से इसे लेकर कहा कि हम 4 अक्टूबर से मुंबई में 8वीं से 12वीं तक के लिए स्कूल खोल रहे हैं. बाकी कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने का फैसला हम नवंबर में लेंगे.
स्कूल खोलने के दिशा निर्देश
4 अक्तूबर को 8वीं-12वीं कक्षाएं खुलेंगी
1 क्लास में 50 छात्र बैठेंगे, प्रति बेंच सिर्फ़ एक छात्र
छात्र स्कूल में हर दूसरे दिन आएंगे
हर स्कूल नज़दीकी कोविड केंद्र से जुड़ा होगा
स्कूल मास्क, सैनिटाइज़र देंगे, बस्ते में रखने का जिम्मा मां-बाप का
शिक्षकों को जल्दी से जल्दी टीके लगवाने होंगे
वैसे इस फ़ैसले से शहरों में रहने वाले छात्रों के मां-बाप और शिक्षक संघ फ़िक्रमंद हैं. इंडिया वाइड अभिभावक संघ की अध्यक्ष का कहना है कि मां-बाप इस फ़ैसले का स्वागत नहीं कर रहे, क्योंकि हमारी मांग है कि शिक्षकों और कर्मियों का टीकाकरण करवाया जाए, लेकिन सरकार ने कोई आंकड़े नहीं दिए हैं, जिससे पता चले कि कितने शिक्षकों को टीके लग चुके हैं. मां-बाप को चिंता है, क्योंकि बच्चों को तो अब तक टीके लगे ही नहीं हैं.